इजराइल-ईरान युद्ध 2025: क्या हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य के बंद होने से वैश्विक तेल संकट आएगा?
23 जून 2025 – इजराइल और ईरान के बीच चल रहा सैन्य संघर्ष अब वैश्विक चिंता का विषय बन चुका है। यह युद्ध केवल दो देशों के बीच नहीं रहा, बल्कि इसके प्रभाव दुनियाभर की अर्थव्यवस्था और ऊर्जा क्षेत्र पर भी पड़ रहे हैं।
By Subhrajyoti Maji
🛢️ हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य का महत्व
दुनिया के लगभग 20% तेल की आपूर्ति हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य के माध्यम से होती है, जो ईरान और ओमान के बीच स्थित है। यदि यह रास्ता बंद हो जाता है, तो पूरी दुनिया में तेल की सप्लाई बाधित हो जाएगी।
🇮🇷 ईरान की चेतावनी
ईरान की संसद ने एक प्रस्ताव पारित किया है जिसमें हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य को बंद करने की अनुमति दी गई है, यदि अमेरिका और इजराइल सैन्य हमले बंद नहीं करते। अगर यह कदम उठाया गया, तो तेल संकट उत्पन्न हो सकता है।
🚨 इसके संभावित प्रभाव:
अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल की कीमतें 30–50% तक बढ़ सकती हैं
भारत और अन्य तेल-निर्भर देशों में पेट्रोल-डीज़ल के दाम आसमान छू सकते हैं
ट्रांसपोर्ट और रोजमर्रा की चीज़ें महंगी हो जाएंगी
वैश्विक आर्थिक मंदी का खतरा पैदा हो सकता है
🗣️ अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
अमेरिका: ईरान पर दबाव बनाने के लिए चीन और अन्य देशों से संपर्क कर रहा है।
रूस: अमेरिका के हमलों की कड़ी निंदा की और क्षेत्रीय युद्ध की चेतावनी दी।
चीन और भारत: कूटनीतिक माध्यम से तनाव कम करने की कोशिश में हैं।
📈 बाजार की स्थिति
तेल की कीमतों में वृद्धि पहले ही शुरू हो चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हॉर्मुज़ बंद हुआ तो 2025 में गंभीर ऊर्जा संकट उत्पन्न हो सकता है।
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📌 निष्कर्ष
इजराइल और ईरान के बीच युद्ध सिर्फ एक सैन्य संघर्ष नहीं है, बल्कि यह वैश्विक तेल आपूर्ति और आर्थिक स्थिरता के लिए भी खतरा बन चुका है। हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य का बंद होना पूरी दुनिया को प्रभावित कर सकता है।
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